पीडि़त ने बताया कि वह उत्तर-पश्चिम रेलवे में स्टेशन अधीक्षक है। जनवरी 2024 की शुरूआत में सोशल मीडिया पर एक महिला से दोस्ती हुई। वह हमेशा भीलवाड़ा आकर मिलने के लिए कहती थी। उसने गत 23 जनवरी को मोबाइल रिचार्ज कराने के लिए कहा। भीलवाड़ा आने पर पैसा लौटाने की बात कही तो उसने 666 रुपए का रिचार्ज कर दिया। वह 8 फरवरी को ट्रेन से भीलवाडा पहुंचा। उसने उसे ऑटो से बुलाया, फिर रास्ते में मिल गई और अपने घर ले गई, जहां उसे सम्बंध बनाने के लिए उकसाया। कुछ देर बाद आए युवक को पुत्र बताते हुए उसे शॉपिंग मॉल तक छुड़वा दिया, जहां से वह उसी दिन ट्रेन से लौट आया।
पहले किया अनफ्रेण्ड, फिर डिमांड
पीडि़त ने बताया कि इसके बाद महिला ने सोशल मीडिया अकाउंट खत्म करते हुए उसकी बातचीत डिलीट कर दी। फिर 13 फरवरी को सहकर्मी को अक्षय गुप्ता नामक युवक ने कॉल कर उसको बात करने के लिए कहा। उसने चेक बाउंस का केस बताया। जब उसने अक्षय से बात की तो उसने कथित वकील अग्रज जोशी के पास बैठे होने की बात कही। वकील ने कहा कि भीलवाड़ा में महिला से बलात्कार की शिकायत है। वह सेटलमेंट कर ले, वरना परेशानी में पड़ने की धमकी दी।
पुलिस से भी बनाया दबाव
पीडि़त ने बताया कि 20 फरवरी को पुलिस वाले उसके पास आए। उन्होंने उसे भीलवाडा चलने के लिए कहा। उसने ड्यूटी का हवाला देकर बाद में आकर मिलने की बात कही। उन्होंने भी प्रकरण में राजीनामा करने का दबाव बनाया। पड़ताल में आया कि महिला भीलवाड़ा की रहने वाली है। उसके पति की पूर्व में मृत्यु हो चुकी है। पीडि़त ने बताया कि 20 फरवरी को जोशी का कॉल आया, जिसमें भीलवाड़ा आकर समझौते की बात कही। पीडि़त ने आरोप लगाया कि उसे हनीट्रैप का शिकार बनाते हुए नाजायज रकम मांगी जा रही है। रकम नहीं देने पर बलात्कार के झूठे मुकदमे में फंसाने का भय दिखाया जा रहा है।
रेलवे अधिकारी से हनीट्रेप, जाल में फांसकर मांगे लाखों रुपए | Rajasthan ajmer, Honeytrap from railway officer – New Update
Credit : Rajasthan Patrika